
8 मई की रात से 9 मई की रात तक, पाकिस्तान ने चार राज्यों के 36 भारतीय शहरों पर 210 मिनट में 500 से अधिक ड्रोन दागे। ANI ने कहा कि भारत ने इस बड़े हमले को नाकाम कर दिया और हर पाकिस्तानी योजना को ध्वस्त कर दिया। ANI ने बताया कि ये ड्रोन लद्दाख के सियाचिन बेस कैंप से गुजरात के कच्छ तक 36 स्थानों पर देखे गए। ANI ने रक्षा सूत्रों से कहा कि इनमें से लगभग 50 ड्रोन एयर डिफेंस गन ने नष्ट कर दिए और लगभग 20 को सॉफ्ट किल से मार गिराया गया। अधिक जानकारी के लिए देखें
हाल ही में हुई एक दिलचस्प घटना में, पाकिस्तान ने लगभग 500 ड्रोन के माध्यम से भारत के 36 बड़े और महत्वपूर्ण शहरों पर हमला करने की नापाक कोशिश की. यह हमला 210 मिनट चला। भारत की सतर्क सुरक्षा एजेंसियों और सशस्त्र बलों ने हालांकि समय रहते लगभग सभी ड्रोन को नष्ट कर दिया। अब पूरी घटना का वीडियो सामने आया है, जो भारत की ड्रोन-विरोधी तकनीक और सैन्य तैयारियों को दिखाता है।
हमले की योजना और क्रियान्वयन
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान ने यह हमला विशेष रूप से भारत की प्रमुख शहरी और सैन्य स्थानों को लक्षित करने के लिए किया था। नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अमृतसर, जयपुर, श्रीनगर, अहमदाबाद, पुणे और पटना जैसे महत्वपूर्ण आर्थिक और रणनीतिक शहर ड्रोन से लक्षित थे। पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और वहां की सेना ने इन ड्रोन हमलों में सीधी भूमिका निभाई है।
भारतीय समयानुसार रात 2:30 बजे हमला शुरू हुआ और सुबह 6:00 बजे तक चला गया। ड्रोन कई समूहों में बंटकर भारतीय वायुसीमा में प्रवेश कर रहे थे। प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठानों, ऊर्जा संयंत्रों, रेलवे जंक्शनों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में विस्फोटक गिराकर बड़ी क्षति पहुँचाना इन ड्रोनों का मुख्य लक्ष्य था।
भारतीय सुरक्षा बलों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी
अधिकांश ड्रोन सीमा पार करते ही ट्रैक हो गए क्योंकि भारतीय वायुसेना, थलसेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के पास अत्याधुनिक एंटी-ड्रोन सिस्टम थे। भारतीय सेना ने रिकॉर्ड समय में 480 से अधिक ड्रोन को आकाश में ही जवाबी कार्रवाई करते हुए SkyDome Radar System, Drone Jammer Systems और Laser Defense Weapons का उपयोग किया।

मीडिया को बताते हुए भारतीय वायुसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, “यह भारतीय सेना की सतर्कता और अत्याधुनिक तकनीक का नतीजा है कि एक भी ड्रोन अपने लक्षित स्थान तक नहीं पहुँच सका। हमने हवाई क्षेत्र में घुसने वाले हर ड्रोन को गिरा दिया है, साथ ही कुछ को पकड़कर तकनीकी विश्लेषण के लिए सुरक्षित किया है। “
भारत की सैन्य और कूटनीतिक प्रतिक्रिया
भारत ने घटना के तुरंत बाद पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब किया और उनका तीव्र विरोध किया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “यह स्पष्ट रूप से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का आधुनिक रूप है। हम इस हमले की घोर निंदा करेंगे और दुनिया भर से पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की माँग करेंगे। “
इसके अलावा, पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना ने अधिक सैनिकों की तैनाती की है और ड्रोन रोधी उपकरणों को और मजबूत किया है। भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि समुद्री मार्गों से होने वाली किसी भी घुसपैठ का तत्काल जवाब दिया जा सके।
विशेषज्ञों का विश्लेषण
रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि यह हमला पाकिस्तान की क्रोध का संकेत है। पाकिस्तान ने भारत की बढ़ती सैन्य शक्ति और अंतरराष्ट्रीय साख से घबराकर यह साहसिक कदम उठाया। रक्षा विशेषज्ञ लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) दीपक कपूर ने कहा, “यह घटना भारत को भविष्य में ड्रोन वॉरफेयर की दिशा में और अधिक तैयार रहने की सीख देती है।” भारत को अपने एंटी-ड्रोन प्रणाली को लगातार सुधारना चाहिए।
उत्कर्ष
इस घटना ने फिर से दिखाया कि भारत किसी भी आतंकवादी या सैन्य हमला से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है। भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान से भेजे गए सैकड़ों ड्रोन को रोका। यह मामला आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी जोर से उठाया जाएगा। यह बड़ी जीत भारत की सुरक्षा, तकनीक और कूटनीति में है।
ड्रोन हमले क्या करते हैं?
ड्रोन अटैक एक प्रकार का सैन्य हमला है, जिसमें मानवरहित हवाई वाहनों (Unmanned Aerial Vehicles – UAVs) का प्रयोग करके शत्रु के ठिकानों, सैन्य प्रतिष्ठानों, नागरिक ढांचों या भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर बम, मिसाइल या विस्फोटक गिराए जाते हैं।
आधुनिक ड्रोन में हथियारों के अलावा उच्च-गति के कैमरों और सेंसर हैं, जो निगरानी और जासूसी करने की क्षमता प्रदान करते हैं। बड़े “कॉम्बैट ड्रोन” कई सौ किलोमीटर तक उड़ सकते हैं और भारी विस्फोटक ले जा सकते हैं, लेकिन छोटे ड्रोन बहुत छोटे हैं।