Russia Blocks Russians’ Mobile Internet in Retaliation for Ukrainian Drones

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रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष एक नए चरण में प्रवेश कर चुका है, इसलिए रूस ने हाल ही में Mobile Internet सेवाओं को आंशिक रूप से या पूरी तरह से बंद कर दिया है. रूस सरकार ने ऐसा किया ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके, संवेदनशील सैन्य और रणनीतिक जानकारियों का प्रसार रोका जा सके और आम जनता में फैली अफवाहों को नियंत्रित किया इसका कारण यूक्रेन पर ड्रोन हमलों में वृद्धि है। रूस सरकार ने यह कदम उठाया है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके, संवेदनशील रणनीतिक और सैन्य जानकारियों का प्रसार रोका जा सके और आम लोगों में फैली अफवाहों को नियंत्रित किया जा सके।

यह घटना तब हुई है जब रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा संघर्ष एक नए स्तर पर पहुंच गया है। आइए पूरी घटना को समझते हैं।

यूक्रेनी ड्रोन हमले: बढ़ती हुई चुनौती

रूस का दावा है कि यूक्रेन अपने क्षेत्रों में ड्रोन हमले करता है। सैन्य ठिकानों, तेल भंडारों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों को इन हमलों में निशाना बनाया जा रहा है। यूक्रेन के इन हमलों से रूस को रणनीतिक और मानसिक क्षति हो रही है।

उपयुक्त क्षेत्र

ड्रोन हमलों से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं:

  • बेलगोरोद
  • ब्रायंस्क
  • कुर्स्क
  • क्रास्नोडर
  • रोस्तोव

इन क्षेत्रों में कई बार धमाके हुए हैं, जिससे सरकार को सुरक्षा उपाय करने पड़े हैं।

Mobile Internet ब्लॉक: कारण और असर

Mobile Internet

इन हमलों के कारण रूस के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट आंशिक रूप से या पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इसके दो प्रमुख लक्ष्य हैं:

1. सुरक्षित रहना: लोगों ने सोशल मीडिया पर ड्रोन हमलों के स्थान और समय की लाइव जानकारी साझा की, जिससे यूक्रेनी पक्ष को क्षेत्रीय इंटेलिजेंस मिलने का खतरा था।

2. गलत जानकारी और झूठ बोलने से बचना: युद्धकाल में बहस समाज को अस्थिर कर सकती है। रूस सरकार इन अफवाहों पर रोक लगाने के लिए इंटरनेट बंद करना चाहती है।

रूस का आधिकारिक बयान

रूस के डिजिटल विकास और टेलीकॉम मंत्रालय ने बताया कि यह कदम “अस्थायी और आवश्यक” है। उनका कहना है कि सुरक्षा एजेंसियों की सलाह से यह फैसला लिया गया है।

मंत्रालय ने क्या स्पष्टीकरण दिया?

हम देश की सुरक्षा और रणनीतिक हितों की रक्षा के लिए कुछ अस्थायी मोबाइल इंटरनेट प्रतिबंध लगा रहे हैं। जनता की भलाई और देश की रक्षा के लिए यह फैसला लिया गया है।

सामूहिक प्रतिक्रिया

जबकि सरकार कहती है कि यह सुरक्षा के लिहाज से किया गया है, आम लोग इससे प्रभावित हुए हैं। इंटरनेट बंद होने से विद्यार्थियों, व्यवसायियों और आम नागरिकों को असुविधा हुई है।

प्रमुख चुनौतियाँ:

  • ऑनलाइन लेन-देन में समस्याएं
  • ऑनलाइन शिक्षा का प्रभाव
  • व्यापारी संचार

कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव को “डिजिटल ब्लैकआउट” बताया।

क्या यह सब कुछ है?

Mobile Internet

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि रूस मोबाइल इंटरनेट को यूक्रेन के और भागों में भी रोक सकता है अगर ड्रोन हमले इसी तरह जारी रहते हैं। यह आम होता जा रहा है, विशेष रूप से सीमावर्ती और संवेदनशील क्षेत्रों में।

विश्वव्यापी प्रतिक्रिया

पश्चिमी देशों के मानवाधिकार संगठनों और मीडिया ने चिंता व्यक्त की है, हालांकि यूक्रेन ने इस मुद्दे पर सीधे कोई टिप्पणी नहीं की है।

Human Rights Watch का बयान:

नागरिक स्वतंत्रता को रोकना मोबाइल इंटरनेट को रोकना है। रूस को पारदर्शिता और सूचना अधिकार सुनिश्चित करना चाहिए। “

रूस कहता है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ऐसा कर रहा है और युद्ध की स्थिति में यह उचित है।

रूस-यूक्रेन युद्ध: नवीनता?

हाल के ड्रोन हमलों और इंटरनेट ब्लॉकों को देखते हुए, रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ा है। युद्ध सिर्फ सैन्य सीमाओं तक नहीं रह गया है; अब यह डिजिटल और साइबर युद्ध में बदल गया है।

विशेषज्ञों का विश्लेषण

राजनीति और साइबर सुरक्षा के विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना भविष्य में होने वाले युद्धों का संकेत है, जहां संघर्ष सिर्फ मैदान में नहीं बल्कि इंटरनेट और सूचना पर भी होगा।

प्रोफेसर दिमित्री ओलेग, रूस साइबर रिसर्च संस्थान:

“ड्रोन हमलों की प्रतिक्रिया में इंटरनेट बंद करना दिखाता है कि भविष्य में सूचना नियंत्रण भी युद्ध रणनीति का एक हिस्सा होगा। “

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